निम्नलिखित अपठित गद्यांश को पढ़कर नीचे दिए गए प्रश्नों के उत्तर लिखिए-
जन्मदिन का उपहार
विजय आज बहुत खुश था। दो दिन बाद उसका जन्मदिन आने वाला है। उस दिन के लिए उसके माता-पिता ने उसके सभी दोस्तों को घर पर बुलाया था। उन्होंने विजय के जन्मदिन पर एक छोटी सी पार्टी का आयोजन किया था। जिसके लिए तरह-तरह के पकवान बनाने में माँ अभी से व्यस्त थीं। उन्होंने विजय के लिए नए कपड़े भी खरीदे थे।
विजय सिर्फइसी लिए खुश नहीं था कि जन्मदिन पर उसके मित्र आएँगे, वह उन सब के साथ बढ़िया-बढ़िया पकवान खाएगा और वे कई तरह के खेल खेलेंगे। विजय एक और कारण से अपने जन्मदिन का इंतजार कर रहा था। पिताजी ने उससे वादा किया था कि अगर वह इस साल कक्षा में पहला या दूसरा स्थान प्राप्त करेगा तो पिताजी उसे एक नई साइकिल लाकर देंगे। इस साल वह
अपनी क्लास में दूसरे स्थान पर आया था और उसे साइकिल मिलने वाली थी। विजय बहुत दिनों से दो पहिये वाली साइकिल लेना चाहता था। वह अब 10 साल का हो जाएगा और उसके सभी मित्रों के पास दो पहिये वाली साइकिल थी।
कल ही पिताजी उसे अपने साथ साइकिल की दुकान पर लेकर गए थे। वहाँ पर एक से एक नई साइकिलें थीं। जिसमें से विजय और उसके पिताजी ने लाल रंग की साइकिल पसंद की थी। दुकानदार ने कहा था कि वह उसमें लाल रंग की नई सीट लगाकर विजय के जन्मदिन वाले दिन साइकिल घर पर देकर जाएगा। अब विजय तो इंतजार था बस अपने जन्मदिन के आने का। स्कूल की छुट्टियाँ चल रहीं हैं तो अभी उसे अपने दोस्तों के साथ जी भरकर साइकिल की सवारी करने का पूरा मौका मिलेगा। आखिर वह समय आ ही गया जब विजय का जन्मदिन था। जब वह सो कर उठा तो उसके कमरे के बाहर लाल रंग की चमचमाती नई साइकिल खड़ी थी।
प्रश्न
(क) विजय आज बहुत खुश क्यों था?
(ख) उसके जन्मदिन के लिए माता-पिता ने क्या तैयारियाँ कीं?
(ग) जन्मदिन पर विजय और उसके मित्र क्या करने वाले थे?
(घ) पिताजी ने उससे क्या वादा किया था?
(ड.) साइकिल की दुकान पर विजय ने क्या देखा और क्या किया?
अपठित गद्यांश
अपठित गद्यांश के
प्रश्नों के उत्तर लिखते समय अपने शब्दों का प्रयोग करें।
प्रश्नों के उत्तर छोटे होने चाहिए और भाषा सरल होनी चाहिए।
गद्यांश को एक से दो बार ध्यानपूर्वक पढ़ना चाहिए।
गद्यांश को दूसरी बार पढ़ने से पहले सभी प्रश्नों को एक बार पढ़ें।
“अपठित गद्यांश नए-नए शब्दों को सीखने, विचारों को व्यक्त करने और शुद्ध वाक्य रचना करने में सहायक होते हैं। ”