निम्नलिखित अपठित गद्यांश को पढ़कर नीचे दिए गए प्रश्नों के उत्तर लिखिए-
भारत की पोशाकें
हर देश की अपनी विशेष पोशाक होती हैं जो उनकी सांस्कृतिक पहचान होती हैं। लोग अकसर पोशाकों से भी देशों को पहचान लेते हैं। दुनिया के सभी देशों की अपनी-अपनी संस्कृति होती है। उसी तरह सभी देशों की अपनी एक विशेष पोशाक भी होती है। हर देश की पोशाक का अलग-अलग रूप होता है। किसी देश की पोशाक रंग-बिरंगी होती है तो किसी की पोशाक सीधी साधी होती है। भारत की भी अपनी विशेष पोशाकें हैं।
भारत एक ऐसा देश है जिसमें कई संस्कृतियों का समावेश है। यहाँ प्रत्येक राज्य की अपनी एक अलग भाषा है और एक विशेष संस्कृती है। भारत के हर एक राज्य का अपना एक खास भोजन है, कपड़े पहनने का अपना एक अनोखा तरीका है। सभी राज्यों में सूती यानि कॉटन के बनेकपड़े ही विशेष रूप से पहने जाते हैं। भारत के पश्चिम में बसे राजस्थान में पोशाकें बहुत ही रंग-बिरंगी हैं। यहाँ पर पुरुष चूड़ीदार और एक फ्रॉक की तरह डिजाइन वालाकुर्ता पहनते हैं और महिलाएँ घाघरा, चोली और ओढनी पहनती हैं। इनके कपड़े और गहने आकर्षक और रंगीन होते हैं। भारत के पूर्व में बसे पश्चिम बंगाल में पुरुष धोती और कुर्ता पहनते हैं जो अधिकतर सफेद रंग के होते हैं। यहाँ की महिलाएँ कॉटन और सिल्क की बनी साड़ियाँ पहनती हैं। भारत के उत्तर में बसे पंजाब में पुरुष कुर्ता-पाजामाऔर पगड़ी पहनते हैं और महिलाएँ रंगीन कुर्ता-पाजामा पहनती हैं। भारत के दक्षिण में बसे तमिलनाडू में पुरुष लुंगी और कुर्ता पहनते हैं और महिलाएँ सिल्क की बनी साड़ियाँ पहनती हैं। इन सबके अलावा भी भारत के प्रत्येक राज्य में उनके यहाँ की प्रकृतिऔर संस्कृति के अनुसार मनमोहक कपड़े पहने जाते हैं।
इन पोशाकों पर प्रकृति और वातावरण का भी बहुत प्रभाव है। जिन राज्यों में गर्मी का अधिक प्रभाव है वहाँ की पोशाकें कॉटन से बनी और हल्के रंगों की होती हैं। वहीं जहाँ
गर्मी और ठंडी दोनों ही बहुत अधिक होते हैं, वहाँ की पोशाकें पूरे शरीर को ढकने वाली होती हैं। पहाड़ों और आदिवासी पोशाकों का अपने एक अलग ही स्वरूप होता है। भारतके लोगों को अपनी इन विभिन्न रंग पूर्ण संस्कृतियों और पोशाकों की विभिन्नताओं पर पूर्ण गर्व है।
प्रश्न
(क) पोशाकें देशों की पहचान क्यों होती हैं? अलग-अलग देशों की पोशाकों में क्या अंतर होता है?
(ख) भारत कई संस्कृतियों का समावेश कैसे है?
(ग) राजस्थान की पोशाक का वर्णन कीजिए?
(घ) पश्चिम बंगाल और पंजाब की पोशाकों में क्या भिन्नता है?
(ड.) प्रकृति और वातावरण का पोशाकों पर क्या प्रभाव पड़ता है??
अपठित गद्यांश
अपठित गद्यांश के
प्रश्नों के उत्तर लिखते समय अपने शब्दों का प्रयोग करें।
प्रश्नों के उत्तर छोटे होने चाहिए और भाषा सरल होनी चाहिए।
गद्यांश को एक से दो बार ध्यानपूर्वक पढ़ना चाहिए।
गद्यांश को दूसरी बार पढ़ने से पहले सभी प्रश्नों को एक बार पढ़ें।
“अपठित गद्यांश नए-नए शब्दों को सीखने, विचारों को व्यक्त करने और शुद्ध वाक्य रचना करने में सहायक होते हैं। ”