निम्नलिखित अपठित गद्यांश को पढ़कर नीचे दिए गए प्रश्नों के उत्तर लिखिए-
स्वस्थ शरीर और स्वस्थ मन
यह कथन तो हम सभी ने सुना है कि स्वस्थ शरीर में ही स्वस्थ मन का वास होता है। किसी भी बात को
सुनने और उसे गहराई से समझने में अंतर होता है। एक स्वस्थ शरीर यानि एक ऐसा शरीर जिसमें दिन भर सभी कार्यों को आराम से पूर्ण करने की क्षमता हो, जो लचीला हो और जो रोगमुक्त हो। एक स्वस्थ मन यानि ऐसा मन जो शांत हो, उत्साहित हो और प्रफुल्लित हो। ऐसा मन जो किसी विपरीत परिस्थिति में भी स्वयं आनंद और उत्साह से पूर्ण रहे।
एक स्वस्थ शरीर से हमें क्या लाभ हो सकते हैं इसे समझने का प्रयास करते हैं। एक मनुष्य को, चाहे वह पुरुष हो या स्त्री दिन भर में कुछ कार्य करने होते हैं, चाहे वह कोई जीविका से जुड़ा कार्य हो या घर और बच्चों के पालन-पोषण से जुड़ा कार्य हो। इकार्यों को करने और एक अच्छा जीवन जीने के
लिए हमें एक स्वस्थ शरीर की आवश्यकता है। परंतु ऐसा होता नहीं है। प्रायः प्रत्येक वयस्क मनुष्य किसी न किसी रोग का शिकार है। रोग और बीमारी के कारण लोग अपना जीवन ठीक से नहीं जी पाते, उनके भोजन करने, कार्य करने की क्षमता कम हो जाती है। हमारे आस-पास होने वाला प्रदूषण और तरह-तरह के रसायनों का प्रयोग इन रोगों का मूल कारण है परंतु मानसिक तनाव और चिंता भी हमारे शरीर को कमजोर बनाने में एक बड़ी भूमिका निभाते हैं। उसी प्रकार एक स्वस्थ शरीर और एक रोग युक्त शरीर हमारे मन और मानसिक स्वास्थ्य को अलग-अलग रूपों में प्रभावित करते हैं। उदाहरण के लिए अगर एक मनुष्य जिसका शरीर स्वस्थ और ऊर्जा से पूर्ण है उसके सामने दिन भर में जो बाधाएँ और परेशानियाँ आएँगी वह उत्साह के साथ उन्हें सुलझाने का प्रयास करेगा। वह अगर उन्हें पूर्ण रूप से नहीं भी सुलझा पाया तो हताश या निरुत्साहित नहीं होगा। इसके विपरीत शारीरिक रूप से अस्वस्थ या कमजोर व्यक्ति अपने सामने आने वाली एक छोटी सी बाधा से भी घबरा जाएगा और उसको सुलझाने का प्रयास करने के बदले हताशा और तनाव का शिकार होकर प्रयास करना ही छोड़ देगा।
अतः यह आवश्यक है कि अगर हम एक सफलता और आनंद से भरा जीवन जीना चाहते हैं तो हमें अपने शरीर को स्वस्थ रखना होगा जिससे हमें एक उत्साह और आशा से भरपूर मन को प्राप्त करने में भी आसानी होगी। शरीर को स्वस्थ रखने के लिए हमें दैनिक व्यायाम करना आवश्यक है क्योंकि इससे पूरे शरीर में रक्त का संचार होता है जिससे कोशिकाओं को ऑक्सीजन युक्त रक्त मिलता है और उनकी कार्य क्षमता बढ़ जाती है। व्यायाम करने, दौड़नेसुबह प्रकृति के बीच टहलने से हम अधिक ऑक्सीजन अपनी साँसों में ले पाते हैं और हमारे शरीर में प्रसन्नता बढ़ाने वाले हॉर्मोन प्रवाहित होने लगते है। सुबह और शाम को किया गया थोड़ा सा व्यायाम हमें एक ऊर्जा से युक्त प्रसन्न जीवन जीने में सहायता करता है। फलतः हम अपने परिवार तथा प्रियजनों के लिए भी खुशी और उत्साह का कारण
बनते है।
प्रश्न
(क) स्वस्थ शरीर और स्वस्थ मन किसे कहते हैं?
(ख) हमें एक स्वस्थ शरीर की आवश्यकता क्यों है?
(ग) शरीर का रोगी होना और स्वस्थ होना मानसिक स्वास्थ्य को किस प्रकार प्रभावित करता है?
(घ) व्यायाम करने से क्या लाभ मिलता है?
(ड.) आपके अनुसार एक छात्र किस प्रकार अपने जीवन में व्यायाम को शामिल कर सकता है और इससे उसे क्या लाभ होगा?
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अपठित गद्यांश
अपठित गद्यांश के
प्रश्नों के उत्तर लिखते समय अपने शब्दों का प्रयोग करें।
प्रश्नों के उत्तर छोटे होने चाहिए और भाषा सरल होनी चाहिए।
गद्यांश को एक से दो बार ध्यानपूर्वक पढ़ना चाहिए।
गद्यांश को दूसरी बार पढ़ने से पहले सभी प्रश्नों को एक बार पढ़ें।
“अपठित गद्यांश नए-नए शब्दों को सीखने, विचारों को व्यक्त करने और शुद्ध वाक्य रचना करने में सहायक होते हैं। ”