निम्नलिखित अपठित गद्यांश को पढ़कर नीचे दिए गए प्रश्नों के उत्तर लिखिए-
समय का महत्व
समय बहुत बलवान होता है। यही एक ऐसी वस्तु है जो हर मनुष्य के पास सीमित मात्रा में उपलब्ध है। प्रत्येक मनुष्य के पास जीवन के कुछ गिने हुए वर्ष ही होते हैं। समय की यही सीमा उसे अमूल्य बना देती है। समय की एक और विशेषता जो उसे मूल्यवान बनाती है वह है समय को वापस न ला पाना। जो समय बीत जाता है, उसे किसी भी प्रकार से लौटा कर लाया नहीं जा सकता। यही कारण है कि जो पल या क्षण हमारे हाथ में होता है उसी का हम अपने लिए प्रयोग कर सकते हैं। समय की इस विशेषता को समझने पर समय के महत्व और उपयोगिता को भी समझा जा सकता है।
जो मनुष्य समय के इस महत्व को जान जाता है, वह समय को एक अमूल्य वस्तु मानकर उसका उचित उपयोग करने का प्रयास करता है। समय का सही उपयोग करने पर मनुष्य अपने जीवन को एक वह रूप और आकार दे सकता है जिसके वह सपने देखता है। वैसे जीवन में आगे बढ़ने और अग्रसरहोने का कोई सीमित समय या उम्र नहीं होती। एक व्यक्ति जीवन के किसी भी मोड़ पर अपने लिए रास्ते और लक्ष्य बना सकता है।
फिर भी शारीरिक और मानसिक विकास के अनुसार जीवन में नई चीजें सीखने और परिश्रम करने की आयु बाल्य काल से युवावस्था को ही माना जाता है। इस समय लोग विद्या ग्रहण करने के कार्य में लगे रहते हैं इसलिए विद्यार्थी जीवन को ही सबसे महत्वपूर्ण समय माना जाता है। जो लोग अपने विद्यार्थी जीवन में समय के महत्व को समझ कर अपने समय का उपयोग अपने कौशल को बढ़ाने में करते हैं, उनके लिए भविष्य में कई रास्ते खुल जातेहैं। अपने स्कूल और कॉलेज की शिक्षा प्राप्त करने वाला विद्यार्थी समय का सही उपयोग करके परीक्षा में आसानी से अच्छे अंक ला सकता है। वही विद्यार्थी अगर शिक्षा के साथ-साथ अपने दूसरे कौशल, चाहे वह संगीत हो या खेल हो या चित्रकारी हो, का विकास करता है तो उसके सामने कई मंजिलें दिखाई देने लगती हैं। यह तभी संभव हो पाता है जब विद्यार्थी काल में समय का विचारपूर्वक उपयोग किया जाए।
समय का उचित उपयोग एक वयस्क मनुष्य के लिए भी आवश्यक होता है। जो व्यक्ति अपने व्यापार या नौकरी में व्यस्त हो जाता है, वह कई बार अपने परिवार के लिए समय निकालना भूल जाता है और वह अपने परिवार में खुशी का वातावरण बनाने में असफल हो जाता है। कुछ मनुष्य ऐसे भी होते हैं जो अपने परिवार और कैरियर के लिए तो समय निकाल लेते हैं परंतु अपने लिए समय निकालना जरूरी नहीं समझते। इस कारण उनका मन और शरीर सही देखभाल, व्यायाम और शांति के अभाव में बीमारियों का शिकार बन जाता है। अतः यह कहा जा सकता है कि जीवन की किसी भी अवस्था और परिस्थिति में समय का बुद्धिमानी से किया गया निरंतर उपयोग प्रत्येक मनुष्य के विकास का कारण बनता है। वहीं समय को एक साधारण सी वस्तु मानकर, उसके महत्व को न समझकर, उसे व्यर्थ में खर्च करने वाले के हाथ खाली ही रह जाते हैं।
प्रश्न
(क) समय को मूल्यवान क्यों माना जाता है?
(ख) क्या जीवन में अग्रसर होने का कोई सीमित समय या उम्र होती है और क्यों?
(ग) आयु बाल्य काल से युवावस्था को क्यों महत्वपूर्ण माना गया है?
(घ) एक विद्यार्थी समय के सही उपयोग से क्या लाभ उठा सकता है?
(ड.) एक वयस्क मनुष्य समय के महत्व को न पहचानने से क्या हानी हो सकती है?
अपठित गद्यांश
अपठित गद्यांश के
प्रश्नों के उत्तर लिखते समय अपने शब्दों का प्रयोग करें।
प्रश्नों के उत्तर छोटे होने चाहिए और भाषा सरल होनी चाहिए।
गद्यांश को एक से दो बार ध्यानपूर्वक पढ़ना चाहिए।
गद्यांश को दूसरी बार पढ़ने से पहले सभी प्रश्नों को एक बार पढ़ें।
“अपठित गद्यांश नए-नए शब्दों को सीखने, विचारों को व्यक्त करने और शुद्ध वाक्य रचना करने में सहायक होते हैं। ”